Direct Selling बिज़नेस मॉडल क्या है ?

Direct Selling बिज़नेस मॉडल क्या है ?


डायरेक्ट सेलिंग एक ऐसा बिजनेस मॉडल है, जिसमें एक विक्रेता व्होलसेलर्स, डीलरों और विज्ञापनदाताओं को शामिल किए बिना ग्राहकों को सीधे उत्पाद प्रदान करता है। एक डायरेक्ट सेलर अपने व्यापार रणनीतियों और लोगों से रिश्ते और नेटवर्क  बनाकर अपने कम्पनी के प्रोडक्ट्स और सेवाओं को वितरित करते है। डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों अपने कई तरह के उत्पाद जैसे कॉस्मेटिक्स, हेल्थ केयर, पर्सनल केयर, पैक्ड खाना, बिज़नेस टूल्स, एग्रीकल्चरल प्रोडक्ट्स, एवं अन्य दिनचर्या के सामान को एक डायरेक्ट शेलर के माध्यम से ग्राहकों तक उपलब्ध कराते है। 


डायरेक्ट सेलिंग कैसे काम करता है ?

डायरेक्ट सेलिंग में काम करके एक व्यक्ति अपने जरूरत से कहीं अधिक पैसे कमा सकता है। क्योंकि इस बिज़नेस में पारम्परिक तरीको का प्रयोग नहीं किया जाता है, जिसमे एक कंपनी अपने प्रोडक्ट्स को पहले तो किसी बड़े टी.वी एक्टर या खिलाड़ी से अपने प्रोडक्ट्स को विज्ञापन कराती है, ताकि लोग उनके प्रोडक्ट्स को जान सके।  फिर वो उसे अपने डीलर या थोक व्यापारी तक पंहुचा देते हैं। वहां से प्रोडक्ट्स को रिटेलर या लोकल दुकान तक पहुँचा देते है।  तब कही जाके वो प्रोडक्ट हम खरीद पाते है।  इस प्रक्रिया में कंपनी को अपने एडवरटाइजर (प्रचारक), डीलर और रिटेलर को अपने सामन पर काफी परसेंटेज देना पड़ता है। 
जबकि डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस मॉडल में कोई सामान, कंपनी से सीधे ग्राहकों तक पहुँचता है। इससे कंपनी को प्रोडक्ट्स पर किसी को कोई परसेंटेज नहीं देना पड़ता है, और कंपनी को काफी ज्यादा मुनाफा होता है, और यही कारण है कि , जो भी मुनाफा एक डायरेक्ट सेलर के बजह से होता है उसे डायरेक्ट सेलर्स में ही डिस्ट्रीब्यूट कर दिया जाता जिससे डायरेक्ट सेलर को भी एक अच्छी आमदनी हो जाती है।


डायरेक्ट सेलिंग कितने प्रकार के होते है ?

हालाँकि, डायरेक्ट सेलिंग को अन्य भागों में बाँटना सही नहीं है लेकिन, लोगों  और कंपनियों के काम करने के तरीको से इसे दो अन्य भागों में बाँट सकते है।

    • सिंगल लेवल मार्केटिंग 

डायरेक्ट सेलिंग के इस मॉडल में कोई डायरेक्ट सेलर सीधा कंपनी से सामन खरीद कर अपने नेटवर्क में ग्राहकों को बेचता है। इस तरह वो केवल अपने ग्राहकों को ही जोड़ सकता है न की अन्य डायरेक्ट सेलर को।  इस मॉडल में इनकम के सीमित साधन है। 

    • मल्टी  लेवल मार्केटिंग 

    मल्टी  लवेल मर्केटिंग को कई अन्य नामों जैसे , चेन मार्केटिंग, नेटवर्क मार्केटिंग, या व्यक्ति से व्यक्ति मार्केटिंग से जाना जाता है। इस मॉडल में एक डायरेक्ट सेलर अपने निचे के कई अन्य डायरेक्ट सेलर को जोड़ कर उनके इनकम का भी कुछ पर्सेंट  कमा सकते है। यह काफी प्रचलन में है। इसमें इनकम कई लेवल तक होता है जिससे एक डायरेक्ट सेलर को एक बड़ा इनकम कमाने का मौका मिलता है। 

डायरेक्ट सेलिंग के फायदे क्या-क्या है ?

पारंपरिक बिज़नेस मॉडल में लोगों के पास कोई ऐसा तरीका नहीं था जिसमे वो बिना इन्वेस्टमेंट के कोई करोड़ो रूपये कमाने वाला बिज़नेस स्थापित कर सके। लेकिन डायरेक्ट सेलिंग यह सुविधा हमें प्रदान करता है। एक बिज़नेस करने के लिए हमें क्या चाहिए ? एक कंपनी, जहाँ  हमारे प्रोडक्ट्स बने।  जिसे हम अपने खरीददार एवं ग्राहकों को बेच सके और अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज के बदले उनसे कुछ पैसे ले सके। लेकिन ऐसा कंपनी बनाने में अरबों रूपये खर्च होंगे। अगर बिना कोई इन्वेस्टमेंट या कंपनी बनाये करोड़ो कमाने का रास्ता चाहिए तो वो रास्ता Direct Selling और नेटवर्क मार्केटिंग से ही होकर गुजरता है। 

ना केवल इतना बल्कि , डायरेक्ट मार्केटिंग का  सकारात्मक सामाजिक-आर्थिक प्रभाव है। डायरेक्ट सेलिंग से बड़ी संख्या में लोगों, खासकर महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर मिलते हैं।

डायरेक्ट सेलिंग  कंपनियां बदनाम क्यों है ?

बात यह नहीं की डायरेक्ट सेलिंग बदनाम क्यों है। बात यह है की, क्या वास्तविकता में ऐसा है की डायरेक्ट सेलिंग  कुछ नहीं एक धोखा है। अगर आप ऐसा सोचते है, तो आप गलत है क्योंकि, भारत में FICCI (Federation of Indian Chambers of Commerce and Industry)  के द्वारा इस  तरह के व्यापार को भारत में वैध बताया गया है।

डायरेक्ट सेलिंग को कौन - कौन कर सकता है ?

एक व्यक्ति , जिसके पास अपने टीम के लोगों को नेतृत्व करने की क्षमता हो , बोल-चाल एवं कार्य करने की दृढप्रेरणा हो वह डायरेक्ट सेलिंग  बिज़नेस में काफी विकास कर सकता है। हालांकि मेहनत और लगन से कोई अनपढ़ भी डायरेक्ट सेलिंग में सफलता प्राप्त कर सकता है। 

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